बचपन😜😜
बचपना बाल्यावस्था की विशेषताएँ बचपन, शैशवावस्था और वयस्कता के बीच की अवधि होती है यानी 2 से 13 या 14 वर्ष तक। इस अवधि के दौरान विकास शैशवावस्था की तुलना में अपेक्षाकृत धीमा होता है। हालाँकि इस अवस्था के दौरान एक बच्चे की शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक, सामाजिक और भाषा के विकास में गुणात्मक और मात्रात्मक विकास होता है।जिस परिवार में लड़के-लड़कियों में भेद नहीं होता वहाँ दोनों से समान व्यवहार किया जाता है। परिवार का आर्थिक सामर्थ्य एक अन्य कारक है जो लड़के और लड़की के प्रति माता-पिता के व्यवहार को प्रभावित करता है। इसी प्रकार सामाजिक वर्ग से भी बच्चों के अनुभव में भिन्नता आती है।
आज का बच्चा
बचपन अब पच्चपन जैसा हो गया है। जिस उम्र में बच्चों को सबसे ज्यादा दौड़-भाग करनी चाहिए, उस उम्र में हम उनको घर में रखते हैं।
क्या सब का बचपन एक जैसा होता है?
बच्चों के अनुभव एक जैसे होते हैं। हम कह सकते हैं कि ऐसा कम होता है, लेकिन हम कोई भी बात निश्चित तौर पर नहीं कह सकते। ऐसा इसलिए है क्योंकि प्रत्येक बच्चे की रहने की दशाएं भिन्न-भिन्न हैं। चूंकि बच्चों के अनुभव भिन्न हैं इसलिए यह कि सभी बच्चे एक श्रेणी के हैं और बाल्यावस्था की एकल 'परिभाषा' देना सही नहीं होगा।
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